गुजरात सरकार ने नयी औद्योगिक नीति की घोषणा कर दी है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कल गांधीनगर में एक संवाददाता सम्मेलन में इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि राज्य की नयी औद्योगिक नीति में बुनियादी और नये उभरते क्षेत्रों को ऐसे पन्द्रह भागों में विभाजित किया गया है जिनपर विशेष जोर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मूल क्षेत्र के अंतर्गत जिनपर जोर दिया जाएगा उनमें विद्युत मशीनरी और उपकरण, औद्योगिक मशीनरी और उपकरण, मोटरवाहन और मोटरवाहन वाहनों के पुर्जे, चीनीमिट्टी, तकनीकी वस्त्र, कृषि और खाद्य प्रसंस्करण, औषधि और चिकित्सा उपकरण, रत्न और आभूषण तथा रसायन शामिल हैं। दूसरी ओर नये उभरते क्षेत्रों में जिनपर जोर दिया जाएगा उनमें अत्याधुनिक विनिर्माण, अपशिष्ट प्रबंधन परियोजनाएं, विद्युत वाहन और उनके पुर्जे, सौर और पवन ऊर्जा समेत प्रदूषण मुक्त ऊर्जा उपकरण तथा पारम्परिक प्लास्टिक के स्थान पर सड़ कर नष्ट हो जाने वाले पर्यावरण के अनुकूल पदार्थ का उत्पादन हैं। सभी क्षेत्रों में शत-प्रतिशत निर्यात करने वाली इकाइयों की स्थापना पर जोर दिया जाएगा।
राज्य की नयी प्लास्टिक नीति 2020 केन्द्र सरकार के आत्मनिर्भर भारत अभियान के अनुरूप है। नयी नीति, 31 दिसंबर 2019 को समाप्त हुई पुरानी नीति के स्थान पर आयी है।
आप इस बार के चुनाव में किसे वोट देंगे – अभी वोट करें
No comments:
Post a Comment